कौन कहता है ?
आग पानी का साथ
नहीं हो सकता
मैं सबूत हूँ
नफरत भरे रिश्तों की
आग में भी जीवित रहा
समस्याओं की कसौटी पर
खरा उतरता रहा
स्वाभिमान की आंच में
झुलसा अवश्य
पर सहन शीलता से
उस पर पार पाता रहा
नफरत के गर्म सूरज पर
सब्र की ठंडक से
विजय पाता रहा
भावनाओं की आग को
भभकने नहीं दिया
हिम्मत के पानी से
उसे बुझाता रहा
कौन कहता है ?
आग पानी का साथ
नहीं हो सकता
25-06-2012
593-43-06-12
(डा.राजेंद्र तेला"निरंतर")

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