tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post1414702899604092672..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: आज ब्लोगजगत को उत्सव परंपरा निभाने की बहुत जरूरत है : अजय कुमार झारवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-2849437328110680602010-05-27T07:26:26.243+05:302010-05-27T07:26:26.243+05:30जब दिखेगा इस तरह का हौसला..यह करने की अदम्य लालसा....जब दिखेगा इस तरह का हौसला..यह करने की अदम्य लालसा..रचने का अभिनव उत्साह..सदैव आशीर्वादित होगी कोई भी नई परिकल्पना ! बरबस ही फूटॆंगे मुँह से शुभकामनाओं और आशीर्वाद के वचन ! खुद ही बढ़ जाएंगी बाहें ! स्वयं ही तय हो जायेंगी राहें ..अपने आप समीप आ जायेगी उपलब्धि ! <br />परिकल्पना की जय हो !Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-70216981197843949042010-05-07T17:30:53.692+05:302010-05-07T17:30:53.692+05:30....बेहतर प्रस्तुति , बधाईयाँ !....बेहतर प्रस्तुति , बधाईयाँ !malahttps://www.blogger.com/profile/09493715792470271562noreply@blogger.com