tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post3522379684973086738..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: आपके पसंदीदा 25 चिट्ठेरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-56797256014707190752008-11-27T15:58:00.000+05:302008-11-27T15:58:00.000+05:30बेकार की कवाइत करने से कोई फायदा नही है, जो कुछ हो...बेकार की कवाइत करने से कोई फायदा नही है, जो कुछ होना था हो गया, भलाई यही में है कि अपना मन लिखो अपने मन का पढ़ो। अपने आप आपके पंसदीदा चिट्ठे कौन है। हम तो जानते ही है कि हमारे कौन है।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-19849190784389955352008-11-27T15:27:00.000+05:302008-11-27T15:27:00.000+05:30चिपलूनकर जी, रचना जी एवं कुश की बात से सहमत हूँ ! ...चिपलूनकर जी, रचना जी एवं कुश की बात से सहमत हूँ ! इस तरह के विशलेषण किस उद्देश्य के तहत किए गए हैं ? क्या आप साबित कर सर सकते हैं की ये ही २५ चिट्ठे सर्वश्रेष्ठ हैं ? इनमे से दो/तीन नाम छोड़ दे तो बाक़ी के तो निचे से भी श्रेष्ट नही हो सकते ! इस लेख का शीर्षक आपने ग़लत रख दिया और कोई गलत बात नही है ! कुश के अनुसार इसका नाम "कुछ लोगो के पसंदीदा चिट्ठे" किया जाता तो बेहतर होता ! और ताज्जुब की बात की अन्धविश्वासी चिट्ठों को आपने इसमे किस हिसाब से जगह दी ?ताऊजीhttps://www.blogger.com/profile/15156113325400105875noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-52775907145019388102008-11-27T15:07:00.000+05:302008-11-27T15:07:00.000+05:30पुन: विचार की अवश्यकता है,क्यो कि आपकी लिस्ट में ए...पुन: विचार की अवश्यकता है,क्यो कि आपकी लिस्ट में एक भी तकनिकी चिठ्ठा शामिल नही ,स्पष्ट कुछ तो गडबड है ।naresh singhhttps://www.blogger.com/profile/16460492291809743569noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-39221635612357462162008-11-27T11:39:00.000+05:302008-11-27T11:39:00.000+05:30मैं भी ब्लॉग जगत का एक पाठक हू.. और माफ़ कीजिएगा म...मैं भी ब्लॉग जगत का एक पाठक हू.. और माफ़ कीजिएगा मैने किसी भी ब्लॉग के लिए कोई वोट नही दिया.. सुरेश जी से पूर्णतया सहमत.. <BR/><BR/>रचना जी की बात पर भी ध्यान दिया जाए.. उन पाठको के नाम दिए जाए जिन्होने पसंद किए.. या फिर शीर्षक बदल कर "कुछ लोगो के पसंदीदा चिट्ठे" किया जाए.. <BR/><BR/>आपका प्रयास सराहनीय है.. इस प्रकार का प्रयास होना चाहिए.. परंतु इनकी विश्वसनीयता का विशेष ख्याल रखा जाए तो अच्छा है.. <BR/><BR/>क्योंकि इनमे से कुछ ब्लॉग्स तो ऐसे है जिन्हे कोई पढ़ना भी पसंद नही करता.. (ब्लॉगवानी पर अधिक पढ़े गये और टिप्पणी के आधार पर) फिर वो कौन से पाठक थे जिन्होने आपको एस एम एस करके उन ब्लॉग्स का नाम बता दिया जिन पर वो टिप्पणी करना भी मुनासिब नही समझते..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-11738380634222130232008-11-26T22:30:00.000+05:302008-11-26T22:30:00.000+05:30पुन: विचार की अवश्यकता है।टिप्पणीयां पढ कर तो ऐसा ...पुन: विचार की अवश्यकता है।टिप्पणीयां पढ कर तो ऐसा ही महसूस हो रहा है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-47058063491475685342008-11-26T22:11:00.000+05:302008-11-26T22:11:00.000+05:30आपके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए आपका धन्यवाद !आपके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए आपका धन्यवाद !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-70190398454936754222008-11-26T21:52:00.000+05:302008-11-26T21:52:00.000+05:30aap paathakho kae naam kae saath unki pasand dae s...aap paathakho kae naam kae saath unki pasand dae sab apne aap samney aajaayega . <BR/>bloging mae yae sab karkae aap kyaa sabit karna chahtey haen . <BR/>sms aur email par kyaa kyaa contrl rakhe gayae . ek ip sae kitney baar pasand kiya gayaa <BR/>sab purii baat bataaye tab koi list dae . <BR/>is parkaar sae koi bhi list dena aur bina aadar kae ek bekaar ki baat haen kewal aur kewal popularty gain karney kaa stunt aur kuch nahinAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-89580230209072159022008-11-26T21:32:00.001+05:302008-11-26T21:32:00.001+05:30आपके ब्लॉग पर जब भी आता हूँ कुछ नया करने का जज्बा ...आपके ब्लॉग पर जब भी आता हूँ कुछ नया करने का जज्बा साथ लेकर जाता हूँ , बहुत सुंदर पहल है आपका , जारी रखें .Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-71278347229558871952008-11-26T21:32:00.000+05:302008-11-26T21:32:00.000+05:30पुन: विचार की अवश्यकता है।टिप्पणीयां पढ कर तो ऐसा ...पुन: विचार की अवश्यकता है।टिप्पणीयां पढ कर तो ऐसा ही महसूस हो रहा है।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-74853212366256864212008-11-26T21:26:00.000+05:302008-11-26T21:26:00.000+05:30भाई सुरेश जी,आपका कथन उचित है , किंतु जिन २५ चिट्ठ...भाई सुरेश जी,<BR/>आपका कथन उचित है , किंतु जिन २५ चिट्ठों की चर्चा प्रसंगवश की गयी है , वह पाठकों द्वारा सुझाए गए ब्लॉग चर्चा के अंतर्गत प्रस्तुत की गयी है , मैं पहले स्पष्ट कर चुका हूँ कि यह परिकल्पना के द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला विश्लेषण नही है ! बिन्दु क्रमांक 4 के अनुसार "भाषा का अनुशासन" के आधार पर "भड़ास" और "मोहल्ला" का चयन की बात आपने उठायी है , तो इस सन्दर्भ में मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूँ कि मेरे द्वारा पाठकों से सुझाव आमंत्रित किए गए थे , उन्हें शर्तों में नही बांधा गया था ! आपके महत्वपूर्ण सुझाव के लिए आपका धन्यवाद !<BR/>आप प्रतीक्षा करें अगले माह होने वाले विश्लेषण आपकी आशाओं के अनुरूप हीन होंगे !<BR/>आपका पुन: आभार !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-44552677865990135602008-11-26T20:36:00.000+05:302008-11-26T20:36:00.000+05:30सुरेशजी ने चयनित चिट्ठों की चीरफ़ाड करके चयन प्रक्र...सुरेशजी ने चयनित चिट्ठों की चीरफ़ाड करके चयन प्रक्रिया का कच्चा चिट्ठा तो खोल दिया ।आपने नए चयन की प्रक्रिया की शर्तें भी निर्धारित कर दीं लेकिन ऎसा लगता है कि शर्तों के पीछे की शर्तों का खुलासा होना अभी बाकी है । अगली पोस्ट का इंतज़ार रहेगा .....!sarita argareyhttps://www.blogger.com/profile/02602819243543324233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-3840425562705617092008-11-26T20:05:00.000+05:302008-11-26T20:05:00.000+05:30वाह, चिपळुणकर जी ने कई मुद्दे उठा दिये हैं। :)वाह, चिपळुणकर जी ने कई मुद्दे उठा दिये हैं। :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-6480516652893844322008-11-26T19:28:00.000+05:302008-11-26T19:28:00.000+05:30"...विश्लेषण का आधार होगा- -(1) बेहतर प्रस्तुतीकरण..."...विश्लेषण का आधार होगा- -(1) बेहतर प्रस्तुतीकरण (2) ब्लॉग लेखन का उद्देश्य (3) विश्व बंधुत्व की भावना (4) भाषा का अनुशासन (5) चिंतन में शिष्टाचार (6) रचनात्मकता (7) सक्रियता (8)जागरूकता (9) आशावादिता (10) विचारों की प्रासंगिकता आदि !..." बहुत कड़ी शर्तें हैं। लेकिन इस प्रस्तुत सूची में भी काफ़ी गड़बड़ लगती है, जैसे कि 25 में से ज्ञानदत्त पांडे जी के दो ब्लॉग इसमें हैं,इसी प्रकार दीपक भारतदीप जी के भी दो ब्लॉग़ हैं, अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले दो-दो ज्योतिष ब्लॉग भी हैं, बिन्दु क्रमांक 4 के अनुसार "भाषा का अनुशासन" के आधार पर "भड़ास" और "मोहल्ला" का चयन भी समझ में नहीं आया…। तर्कपूर्ण तरीके से देखें तो यह सूची बेहद संदिग्ध और गड़बड़झाला लगती है… पता नहीं अगले 50 चिठ्ठों की सूची में क्या आने वाला है…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-1030274014038606932008-11-26T19:19:00.000+05:302008-11-26T19:19:00.000+05:30मुझसे न करो प्यार की बातें मुझे कबूल- औरों के लिए ...मुझसे न करो प्यार की बातें मुझे कबूल- <BR/><BR/><BR/><BR/>औरों के लिए दिल में मोहब्बत बचाए रखना !<BR/><BR/><BR/><BR/><BR/><BR/><BR/>धड़कनों में हर किसी के हर कोई आता नहीं- <BR/><BR/><BR/><BR/>मुसकुराने की मगर आदत बचाए रखना !<BR/>waah bahutkhubAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-26915469135721093512008-11-26T18:36:00.000+05:302008-11-26T18:36:00.000+05:30चयन अच्छा है। हम जैसों को चिट्ठे पढने में सहायता द...चयन अच्छा है। हम जैसों को चिट्ठे पढने में सहायता देता है ऐसा चयन क्योंकि हर कोई सारे चिट्ठे नहीं न पढ़ सकता है। आशा है बाकि के चिट्टाकार यह न समझें कि यह उन पर किसी प्रकार का आक्षेप है।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-42992199255391403282008-11-26T17:58:00.000+05:302008-11-26T17:58:00.000+05:30पसंदीदा 25 चिटठों में मुझे अपने चिटठे का नाम देखकर...पसंदीदा 25 चिटठों में मुझे अपने चिटठे का नाम देखकर बहुत खुशी हुई। पाठकों को इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। अब इसके विश्लेषण का इंतजार है। अपने चिटठे की ख्ूबियों के साथ उसकी कमियों को भी जानना चाहूंगी , ताकि उसे पाठको के लिए और उपयोगी बनाया जा सके।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.com