tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post3635466904298012381..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: दुनिया को गोली मारो दुनिया तुम्हारी है 'रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-34249792177113770012011-07-03T09:35:36.489+05:302011-07-03T09:35:36.489+05:30सभी रचनायें बहुत अच्छी हैं रचना जी की कविता पढ कर ...सभी रचनायें बहुत अच्छी हैं रचना जी की कविता पढ कर मुझे अपनी इस ब्लाग पर सब से पहले लिखी पोस्ट [कविता]जो मेरे कविता संग्रह मे भी छप चुकी है, याद आ गयी--- कुछ पँक्तियाँ---<br />खिलते फूल सी मुस्कान है ज़िन्दगी<br /> समझो तो बडी आसान है ज़िन्दगी<br />पतझड बसंतों का सिलसिला है ज़िन्दगी<br />कभी इनायतें तो कभी गिला है ज़िन्दगी।<br /> धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-51362151139158691642011-07-03T08:13:08.991+05:302011-07-03T08:13:08.991+05:30ज़िन्दगी से जुडी हुई कवितायेँ ...मन तारो-ताज़ा हो ग...ज़िन्दगी से जुडी हुई कवितायेँ ...मन तारो-ताज़ा हो गया ''परिकल्पना ''पर आकर ...रचना जी के भाव ..महेश्वरी जी की गहन सोच ..अपराजिता की जीवन को एक नया ..ताज़ा ..नजरिया ..देती हुई रचना ..यशवंत जी की रचना ...अन्य सभी रचनाएँ भी बहुत पसंद आयीं ...!!शुभकामनायें ..."परिकल्पना "को ....!!Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-91473531048943949112011-07-02T18:05:15.576+05:302011-07-02T18:05:15.576+05:30सभी रचनाएं सुन्दर......
रचनाकारों को बधाईयाँ....
प...सभी रचनाएं सुन्दर......<br />रचनाकारों को बधाईयाँ....<br />परिकल्पना को अनन्त शुभकानाएं....<br />सादर....S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-41386096409053888892011-07-02T14:04:43.210+05:302011-07-02T14:04:43.210+05:30'परिकल्पना' की सभी प्रस्तुतियाँ बहुत सुन्द...'परिकल्पना' की सभी प्रस्तुतियाँ बहुत सुन्दर, स्तरीय और रोचक होती हैं। मैं अब इसके सभी अंक पढ़ता हूँ और मुझे सन्तोष होता है कि 'परिकल्पना' की रचनाएं मुझे निराश नहीं करतीं।<br />मैंने अपने सभी ब्लॉग्स में 'परिकल्पना' के लिंक दे दिए हैं।<br />सुभाष नीरवसुभाष नीरवhttps://www.blogger.com/profile/06327767362864234960noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-70355591142057490612011-07-02T12:53:54.893+05:302011-07-02T12:53:54.893+05:30@अपराजिता...काश सभी 'लाइफ' को ईज़ी लेते..ह...@अपराजिता...काश सभी 'लाइफ' को ईज़ी लेते..हिन्दी की खासियत है कि विदेशी शब्दों को भी रचा बसा लेती है...<br />@रचना और @महेश्वरीजी..आत्मचिंतन को बाध्य करती रचनाएँ <br />@प्रभाजी...सरल भाव से सुन्दर सन्देश मिला. :)मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-66437068601834751712011-07-02T12:46:32.849+05:302011-07-02T12:46:32.849+05:30सभी रचनायें शानदार रहीं……………इस बार तो परिकल्पना मी...सभी रचनायें शानदार रहीं……………इस बार तो परिकल्पना मील का पत्थर बन के रहेगा।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-83076366601445440712011-07-02T12:22:01.042+05:302011-07-02T12:22:01.042+05:30यह उत्सव इतना व्यापक होगा मैंने सोचा भी न था , बहु...यह उत्सव इतना व्यापक होगा मैंने सोचा भी न था , बहुत-बहुत बधाईयाँ और शुभकामनाएं !प्रगतिशील ब्लॉग लेखक संघhttps://www.blogger.com/profile/18399101354438844595noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-42083232169802197372011-07-02T12:18:52.069+05:302011-07-02T12:18:52.069+05:30ढेर सारी शुभकामनाएं ।ढेर सारी शुभकामनाएं ।पूर्णिमाhttps://www.blogger.com/profile/15739774997781645780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-51233465579345418332011-07-02T12:16:05.103+05:302011-07-02T12:16:05.103+05:30बेहतरीन प्रस्तुति,आभार !बेहतरीन प्रस्तुति,आभार !गीतेशhttps://www.blogger.com/profile/14766567920202691433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-61707822510046130512011-07-02T12:11:33.159+05:302011-07-02T12:11:33.159+05:30सभी रचनाएँ अच्छी लगीं,बहुत खूब !सभी रचनाएँ अच्छी लगीं,बहुत खूब !ब्रजेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/02137664832747366807noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-86899773952700729102011-07-02T12:10:01.486+05:302011-07-02T12:10:01.486+05:30बेहतरीन चर्चा,अच्छा लगाबेहतरीन चर्चा,अच्छा लगामनोज पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/12404564140663845635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-82761170793312244422011-07-02T11:47:19.896+05:302011-07-02T11:47:19.896+05:30yahi to jivan hai shayad ....
sabhi rachna ek se ...yahi to jivan hai shayad ....<br /><br />sabhi rachna ek se badhkar ek hai yaha ....!ρяєєтiihttps://www.blogger.com/profile/04220875453268097896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-66671836581750582442011-07-02T11:21:12.055+05:302011-07-02T11:21:12.055+05:30अपराजिता का जिंदगी को जानना , और आपकी बाजी एक दुसर...अपराजिता का जिंदगी को जानना , और आपकी बाजी एक दुसरे की पूरक है ...<br />सभी रचनाएँ बेहतरीन ...!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-38215010853279205372011-07-02T11:15:34.407+05:302011-07-02T11:15:34.407+05:30ज़िंदगी को देखने का अलग अलग नजरिया ...बहुत अच्छा ल...ज़िंदगी को देखने का अलग अलग नजरिया ...बहुत अच्छा लगा <br /><br /><br />कभी लगता वी हैव दी पॉवर टू फेस दी वर्ल्ड <br />तो कभी बस एक हल्की सी हिचकिचाहट <br /><br />बहुत खूब ... <br /><br />सबकी रचनाएँ अच्छी लगींसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-70547862063701618892011-07-02T10:53:19.515+05:302011-07-02T10:53:19.515+05:30बहुत कुछ कह रही हैं सभी कवितायेँ.
विशेष रूप से अ...बहुत कुछ कह रही हैं सभी कवितायेँ.<br /><br />विशेष रूप से अपराजिता जी की लेखनी से परिचय करने एवं आदरणीया रचना जी,रश्मि जी एवं माहेश्वरी जी की बेहतरीन कवितायेँ यहाँ देने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद.<br /><br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-17319119212954445792011-07-02T10:46:14.635+05:302011-07-02T10:46:14.635+05:30छोटे छोटे पल
जिनमें हम ख़ुशी ढूंढते हैं
कभी ठोकर त...छोटे छोटे पल<br />जिनमें हम ख़ुशी ढूंढते हैं<br />कभी ठोकर तो<br />कभी सवाल भी पाते हैं<br />इन पक्तियों में अपराजिता ने बिल्कुल सच कहा है .. इस रचना के साथ आपका परिकल्पना ही नहीं ब्लॉग जगत में भी स्वागत है ... ढेर सारी शुभकामनाएं ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-7858254292557617542011-07-02T10:34:39.872+05:302011-07-02T10:34:39.872+05:30यकीनन सभी रचनाएं एक से बढ़कर एक हैं ..परिकल्पना क...यकीनन सभी रचनाएं एक से बढ़कर एक हैं ..परिकल्पना की इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com