tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post4159847831879262368..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: उम्र से न सपने आंके जा सकते हैं , न सपनों को पिरोने की कलारवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-27387417899519903862011-07-28T07:33:35.851+05:302011-07-28T07:33:35.851+05:30पर उस सोच की नदी के आगे,
पुरानी यादों का एक समन्दर...पर उस सोच की नदी के आगे,<br />पुरानी यादों का एक समन्दर है,<br />जिस की गहराई मे पत्थर भी मोती सा चमकता है,<br /><br />खुद से कहता हूँ कि उस वक्त मे कुछ खास न था,<br />और जानता भी हूँ कि ये झूठ नहीं,<br />ये तो मेरी कल्पना है जो उन दिनो को सुन्दर बनाती हैVandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-88475831443374119072011-07-27T16:36:14.481+05:302011-07-27T16:36:14.481+05:30सुन्दर कवितायें हैं....
पर सोच रहा हूँ,
अगर कभी बा...सुन्दर कवितायें हैं....<br />पर सोच रहा हूँ,<br />अगर कभी बात करनी पड़ जाए तो,<br />तो पहले कौन बोलेगा????<br /><br />एक शेर याद आ रहा है...<br />"दुश्मनी जम के करो, मगर इतनी गुंजाइश रहे,<br />फिर कभी दोस्त बने तो शर्मिन्दा न होना पड़े."<br /><br />सादर बधाई और आभार...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-49722767912690876792011-07-27T15:55:42.141+05:302011-07-27T15:55:42.141+05:30दोनो ही रचनाएं बहुत अच्छी लगी ...प्रस्तुति के लि...दोनो ही रचनाएं बहुत अच्छी लगी ...प्रस्तुति के लिये आभार ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-756438899992712011-07-27T15:09:42.463+05:302011-07-27T15:09:42.463+05:30अच्छा लगा गुरनामजी से मिलना।
प्रेम एक दलदल है..
...अच्छा लगा गुरनामजी से मिलना।<br /><br /><b><a href="http://hr.samwaad.com/" rel="nofollow">प्रेम एक दलदल है..</a></b><br /><a href="http://za.samwaad.com/" rel="nofollow">’चोंच में आकाश’ समा लेने की जिद।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-79248392734251244522011-07-27T14:12:42.653+05:302011-07-27T14:12:42.653+05:30सुन्दर और शानदार प्रस्तुति !सुन्दर और शानदार प्रस्तुति !पूर्णिमाhttps://www.blogger.com/profile/15739774997781645780noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-87635565376702315672011-07-27T14:11:20.212+05:302011-07-27T14:11:20.212+05:30अनुपम और अद्वितीय है ये रचनाएँ , आभार !अनुपम और अद्वितीय है ये रचनाएँ , आभार !गीतेशhttps://www.blogger.com/profile/14766567920202691433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-79178370417167610442011-07-27T14:11:08.426+05:302011-07-27T14:11:08.426+05:30गुरनाम जी के लाजवाब रचनाएं पढ़ कर स्तब्ध हूँ ... ...गुरनाम जी के लाजवाब रचनाएं पढ़ कर स्तब्ध हूँ ... कमाल का लिखते हैं वो ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-73072022768928275572011-07-27T14:10:38.203+05:302011-07-27T14:10:38.203+05:30यह प्रस्तुति भी खूब रही, बधाई आप सबों को !यह प्रस्तुति भी खूब रही, बधाई आप सबों को !गीतेशhttps://www.blogger.com/profile/14766567920202691433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-30125682786510372562011-07-27T14:09:36.579+05:302011-07-27T14:09:36.579+05:30सचमुच ऐसा उत्सव अंतरजाल पर पहली बार देखा है, गज़ब ...सचमुच ऐसा उत्सव अंतरजाल पर पहली बार देखा है, गज़ब का संयोजन और संचालन देखकर हतप्रभ हूँ !ब्रजेश सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/02137664832747366807noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-33616739551345957012011-07-27T14:06:39.496+05:302011-07-27T14:06:39.496+05:30सटीक लेखन,शानदार कवितायें......बधाईयाँ !सटीक लेखन,शानदार कवितायें......बधाईयाँ !मनोज पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/12404564140663845635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-67774178796079373962011-07-27T13:02:04.229+05:302011-07-27T13:02:04.229+05:30गुरनाम जी की दोनो ही कवितायें बेहद शानदार हैं।गुरनाम जी की दोनो ही कवितायें बेहद शानदार हैं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com