tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post4650982186073560825..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: भारतीय मुद्रा की इकाई बनता रुपया और गुमशुदा होता पैसा(एक व्यंग्य)------ दीपक 'मशाल'रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-68029377775185556712010-05-15T18:04:45.773+05:302010-05-15T18:04:45.773+05:30बहुत ही धारदार व्यंग्य है दीपक...कितना सही लिखा है...बहुत ही धारदार व्यंग्य है दीपक...कितना सही लिखा है...बच्चे तो बस ५ रुपये का सिक्का ही जानते हैं ...और मैगजींस की तो क्या याद दिलाई .."सन्डे'....'रविवार'...'स्पोर्ट्स वर्ल्ड' ...'स्पोर्ट्स वीक '...ओह सब एक रुपये में आते थे...पर पता है..उन दिनों भी हमारे बूढे मास्साब बताते थे कि उनके जमाने में ...एक रुपये में तीन सेर गेहूँ मिलता था ..और हम आश्चर्य से मुहँ में ऊँगली दबा लेते थे....यही आज के बच्चे करते हैं...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-44160831506581758422010-05-15T15:27:01.417+05:302010-05-15T15:27:01.417+05:30दीपक,
तुमने शायद चूरन नहीं खाए जिनमें से इनाम के ...दीपक, <br />तुमने शायद चूरन नहीं खाए जिनमें से इनाम के रूप में सिक्कों या एक-दो रुपये के टोकन निकला करते थे...या फिर एक लाटरी हुआ करती थी जिसमें पर्ची खोलो तो उस पर नंबर निकलता था...नंबर पर कोई नोट निकल आए तो ऐसी ही खुशी मिलती थी जैसे कि कोई बहुत बड़ा जैकपॉट हाथ लग गया हो...मुझे अब तक याद है २७२ नंबर पर नोट हुआ करता था...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-14884582289409450082010-05-15T03:32:37.502+05:302010-05-15T03:32:37.502+05:30इस नौसिखिये की रचना को सराहने और प्रकाशित करने के ...इस नौसिखिये की रचना को सराहने और प्रकाशित करने के लिए आभार आदरणीय रश्मिप्रभा मम्मी जी, रेखा जी, रवींद्र जी का आभार.. स्नेह बनाये रखेंगे ये मुझे भरोसा है.. :)..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-52104639492268978592010-05-15T02:42:24.163+05:302010-05-15T02:42:24.163+05:30दीपक क्या लिखते हो...
धाराप्रवाह...बहुत ही सटीक......दीपक क्या लिखते हो...<br />धाराप्रवाह...बहुत ही सटीक...<br />आना, पैसा सुन कर कितना अच्छा लगा..मुझे याद है मेरे स्कूल तक का रिक्शा का किराया था आठ आना और अब १५ रुपैये लगते हैं...<br />बहुत सही व्यंग है....और सबसे बड़ी बात है, कितना कम समय में लिख देते हो...कमाल करते हो ..<br />वाह...शाबाश...<br />..दीदीस्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-77753809806253161242010-05-15T02:12:30.247+05:302010-05-15T02:12:30.247+05:301000 rupye dete ho to hi lekh padhunga.........wai...1000 rupye dete ho to hi lekh padhunga.........waise bhi ajkal 100 rupye ki value kya hei.......hummhYashwant Mehta "Yash"https://www.blogger.com/profile/02457881262571716972noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-57531407565673454762010-05-14T22:42:12.608+05:302010-05-14T22:42:12.608+05:30सिक्कों को इस सफर को पढकर अपने बचपन के दिन याद आएग...सिक्कों को इस सफर को पढकर अपने बचपन के दिन याद आएगा...<br />बढ़िया प्रवाह...सुन्दर आलेखराजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-31797846599791196102010-05-14T22:08:39.390+05:302010-05-14T22:08:39.390+05:30एकदम सटीक पोस्ट.एकदम सटीक पोस्ट.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-85256054505373065542010-05-14T18:59:47.524+05:302010-05-14T18:59:47.524+05:30दीपक भाई ,रूपये, पैसे, आना ,पाई ,की कीमत तो आपने ब...दीपक भाई ,रूपये, पैसे, आना ,पाई ,की कीमत तो आपने बढ़ा ही दी ,वैसे मेरे लिए ये आज भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आयुर्वेद तो रत्ती माशे और तोले तक में वजन करता है <br />मेनका पे अच्छा व्यग्य किया <br />ब्लागोत्सव में शामिल होने की बधाईalka mishrahttps://www.blogger.com/profile/01380768461514952856noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-23245236511701696552010-05-14T16:57:47.462+05:302010-05-14T16:57:47.462+05:30hamari mudra ki sabse choti ikaai ko bachane ki pe...hamari mudra ki sabse choti ikaai ko bachane ki pehel me ek sarahneey prayas...दिलीपhttps://www.blogger.com/profile/15304203780968402944noreply@blogger.com