tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post5488545642143684062..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: वृद्ध वृद्धाश्रम : अनुभवों की झुर्रियों में मीठी खट्टी तीखी कई कहानियाँ ...रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-19724069571031267402017-10-11T17:44:50.773+05:302017-10-11T17:44:50.773+05:30anubahvo ka bhandar hai hamare bujurg
anubahvo ka bhandar hai hamare bujurg<br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-73561749112444161092012-12-23T14:09:39.961+05:302012-12-23T14:09:39.961+05:30वृध्दाश्रम एक विकल्प हो सकता है, रोज रोज की किट कि...वृध्दाश्रम एक विकल्प हो सकता है, रोज रोज की किट किट से तो अच्छा यही है । यह विकल्प हम खुद ही चुनें तो अच्छा है । अपने हमउम्र लोगों के साथ वक्त बितायें कविताएं लिखें सुनायें किताबें साझा करें । कंप्यूटर सिखायें सीखें । इतना बुरा भी नही होता बुढापा । जिस वक्त के लिये हम तरसते हैं वह कितना सारा होता है अब हमारे पास ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-87588037408650606912012-12-23T14:09:14.513+05:302012-12-23T14:09:14.513+05:30वृध्दाश्रम एक विकल्प हो सकता है, रोज रोज की किट कि...वृध्दाश्रम एक विकल्प हो सकता है, रोज रोज की किट किट से तो अच्छा यही है । यह विकल्प हम खुद ही चुनें तो अच्छा है । अपने हमउम्र लोगों के साथ वक्त बितायें कविताएं लिखें सुनायें किताबें साझा करें । कंप्यूटर सिखायें सीखें । इतना बुरा भी नही होता बुढापा । जिस वक्त के लिये हम तरसते हैं वह कितना सारा होता है अब हमारे पास ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-87491247340113273262012-12-10T11:09:43.561+05:302012-12-10T11:09:43.561+05:30सार्थकता लिये सशक्त लेखन ... एवं प्रस्तुति
सार्थकता लिये सशक्त लेखन ... एवं प्रस्तुति<br /><br />सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-18659310957010741592012-12-09T07:04:55.666+05:302012-12-09T07:04:55.666+05:30बेहद सार्थक विषय और उस पर चुनी हुई कुछ चुनिन्दा रच...बेहद सार्थक विषय और उस पर चुनी हुई कुछ चुनिन्दा रचनाएं | बहुत सुन्दर |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-76996852333599856912012-12-08T19:03:20.600+05:302012-12-08T19:03:20.600+05:30विष्णु जी की कहानी बहुत सार्थक रही ... आभार इस प्र...विष्णु जी की कहानी बहुत सार्थक रही ... आभार इस प्रस्तुति के लिए संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-84491372896778878032012-12-08T12:56:03.471+05:302012-12-08T12:56:03.471+05:30जड़ों से जुड़े रहना ....ज़मीन से जुड़े रहना ...बहु...जड़ों से जुड़े रहना ....ज़मीन से जुड़े रहना ...बहुत सार्थक संदेश देती रचनाएँ ....<br />उत्कृष्ट चयन ....रश्मि दी ...Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-49656620415760118122012-12-08T12:37:14.037+05:302012-12-08T12:37:14.037+05:30हे भगवान कितनी मेहनत करते हैं आप लोग
हे भगवान कितनी मेहनत करते हैं आप लोग<br />Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-34349409065797230032012-12-08T11:51:40.147+05:302012-12-08T11:51:40.147+05:30एक बेहद संवेदनशील विषय और उस पर सबके विचार पढ एक स...एक बेहद संवेदनशील विषय और उस पर सबके विचार पढ एक सोच को बढावा मिला और हल भी यही है सार्थक लेखन …………बहुत सुन्दरvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com