tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post7152765027691464264..comments2024-03-27T23:49:38.899+05:30Comments on परिकल्पना: परिकल्पना और व्यक्तित्वरवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-4923491825827631412013-11-26T21:59:09.569+05:302013-11-26T21:59:09.569+05:30लता जी को साधुवाद !लता जी को साधुवाद !सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-58943559766099392732013-11-26T18:26:52.119+05:302013-11-26T18:26:52.119+05:30इस उत्कृष्ट आलेख के लिये विमलेन्दु जी को बधाई
...इस उत्कृष्ट आलेख के लिये विमलेन्दु जी को बधाई <br />आपका आभारविभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-76099800940901809112013-11-26T13:09:34.249+05:302013-11-26T13:09:34.249+05:30लता न सिर्फ हमारा अभिमान हैं, बल्कि हमारी जीवनीशक्...लता न सिर्फ हमारा अभिमान हैं, बल्कि हमारी जीवनीशक्ति भी हैं. आधी रात को हमारे अस्तित्व पर उग आये प्रश्नचिन्ह का जवाब हैं लता के गीत. हमारे बचपन, यौवन, बुढ़ापे की सदाबहार साथी लता की आवाज़ तब तक रहेगी जब तक इस धरती पर मनुष्य है..... अक्षरश: सच कहा लता जी के लिये <br />इस उत्कृष्ट आलेख के लिये विमलेन्दु जी को बधाई <br />आपका आभार सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.com