tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post7918218849474592050..comments2024-03-11T12:50:36.553+05:30Comments on परिकल्पना: चंद्रकांता सच कहती है रवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-34135742097108533992013-01-03T19:51:47.001+05:302013-01-03T19:51:47.001+05:30एक क्षेत्रीय लोकोक्ति है कि बहती नदी में हाथ धोने ...एक क्षेत्रीय लोकोक्ति है कि बहती नदी में हाथ धोने को वो ही बुरा बताता है जिसके दरवाजे से नदी नहीं बहती | कहने का आशय ये है कि जैसा आपने लिखा है कि हर आदमी भौतिकवादिता में अपना श्रेष्ठ हिस्सा चाहता है , बिलकुल सही लिखा है | और जो अपना हिस्सा नहीं चाहता , यकीन मानिए उनमे से ज्यादातर को वो हिस्सा मिलना ही नहीं होता है |<br /><br />सादरAkash Mishrahttps://www.blogger.com/profile/00550689302666626580noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-45411659626716457372013-01-03T12:20:48.512+05:302013-01-03T12:20:48.512+05:30रश्मि दी और सहयोगियों को यह सार्थक प्लेटफार्म देने...रश्मि दी और सहयोगियों को यह सार्थक प्लेटफार्म देने के लिए शुभकामनाएं।प्रतिक्रया हेतु आप सभी दोस्तों का आभार।<br />लेखन की यह अग्नीलीक अबाध प्रज्ज्वलित रहेगी जब तलक पीड़ा की एक भी स्याह संवेदना बाकी है <br /><br />आपकी <br />चंद्रकांता चंद्रकांता https://www.blogger.com/profile/13785953702181942523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-80294505977518849472013-01-03T12:14:17.793+05:302013-01-03T12:14:17.793+05:30आप सभी दोस्तों को नए साल की मीठी मीठी शुभकामनाएं ....आप सभी दोस्तों को नए साल की मीठी मीठी शुभकामनाएं .. चंद्रकांता https://www.blogger.com/profile/13785953702181942523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-26761217964368120572013-01-03T12:08:16.030+05:302013-01-03T12:08:16.030+05:30रश्मि दी और आप सभी का मन से आभार।
जब तलक एक भी पीड...रश्मि दी और आप सभी का मन से आभार।<br />जब तलक एक भी पीड़ा-संवेदना स्याह है लेखन की यह अग्निलीक शेष रहेगी।। <br /><br />रश्मि दी और सहयोगियों को यह सार्थक प्लेटफार्म देने के लिए शुभकामनाएं <br /><br />आपकी <br />चंद्रकांता चंद्रकांता https://www.blogger.com/profile/13785953702181942523noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-11984614486552350512013-01-01T12:25:52.509+05:302013-01-01T12:25:52.509+05:30दिन तीन सौ पैसठ साल के,
यों ऐसे निकल गए,
मुट्ठी म...दिन तीन सौ पैसठ साल के, <br />यों ऐसे निकल गए,<br />मुट्ठी में बंद कुछ रेत-कण, <br />ज्यों कहीं फिसल गए।<br />कुछ आनंद, उमंग,उल्लास तो <br />कुछ आकुल,विकल गए।<br />दिन तीन सौ पैसठ साल के, <br />यों ऐसे निकल गए।।<br /><b>शुभकामनाये और मंगलमय नववर्ष की दुआ !<br />इस उम्मीद और आशा के साथ कि</b><br />ऐसा होवे नए साल में, <br />मिले न काला कहीं दाल में, <br />जंगलराज ख़त्म हो जाए,<br />गद्हे न घूमें शेर खाल में।<br /><br />दीप प्रज्वलित हो बुद्धि-ज्ञान का, <br />प्राबल्य विनाश हो अभिमान का, <br />बैठा न हो उलूक डाल-ड़ाल में, <br />ऐसा होवे नए साल में। <br /><br /><b>Wishing you all a very Happy & Prosperous New Year.<br /><br />May the year ahead be filled Good Health, Happiness and Peace !!!</b>पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-27511247612953925572012-12-31T23:32:10.779+05:302012-12-31T23:32:10.779+05:30प्रतीक्षा है सूर्योदय की... नव वर्ष की शुभकामनाओं ...प्रतीक्षा है सूर्योदय की... नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ....संध्या शर्माhttps://www.blogger.com/profile/06398860525249236121noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-28869342816180577852012-12-31T22:45:30.776+05:302012-12-31T22:45:30.776+05:30बहुत सशक्त रचनाएँ!बहुत सशक्त रचनाएँ!Kailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-76934664772545163542012-12-31T17:04:01.626+05:302012-12-31T17:04:01.626+05:30भावुक कर देने वाली रचनायें------ बधाई भावुक कर देने वाली रचनायें------ बधाई Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.com