tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post8639137594800219970..comments2024-03-29T19:13:20.355+05:30Comments on परिकल्पना: नेता शिरोमणी श्री राम लाल जी का चुनावी घोषणा - पत्ररवीन्द्र प्रभातhttp://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-63646564652149672872008-11-21T16:36:00.000+05:302008-11-21T16:36:00.000+05:30मेरी जनता भोली दे-दे,विजय तिलक की रोली दे-दे,कट्टा...<B>मेरी जनता भोली दे-दे,<BR/>विजय तिलक की रोली दे-दे,<BR/>कट्टा के बल पे दे या-<BR/>तू अपने आप दे-दे </B><BR/>--- <BR/>क्या ख्याल है? जनता देगी, जरूर देगी। अभी तो तीन-चार दशक बेवकूफी करेगी - अगर करने का मौका मिलता रहा तो।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-507131588328031600.post-6335217328898240732008-11-21T16:03:00.000+05:302008-11-21T16:03:00.000+05:30बहुत सही और सार्थक रचना , भाई अब हमारे देश में यही...बहुत सही और सार्थक रचना , भाई अब हमारे देश में यही संस्कृति शेष रह गयी है ...!Anonymousnoreply@blogger.com